जाम लगाने वालों पर हुई थी रिपोर्ट , दबाव बनाने के लिए की खुराफात,
जांच शुरू होते ही कई मकानों से मिटा दिए गए लिखे गए इश्तेहार
बरेली, वरिष्ठ संवाददाता। जोगीनवादा में समुदाय विशेष के कई मकानों पर ‘बिकाऊ होने’ का इश्तेहार लिखना सोची समझी साजिश थी। 5 खुराफातियों ने पुलिस-प्रशासन पर दबाव बनाने को लोगों को भड़काकर इश्तेहार लिखवाए थे। पुलिस ने सभी को चिह्नित कर चेतावनी दी तो कई मकानों से बुधवार को इश्तेहार मिटा दिया गया।
जोगीनवादा में कांवड़ जत्थे पर पथराव के चलते 23 जुलाई से वहां का माहौल तनावपूर्ण है। 30 जुलाई को वहां समुदाय विशेष की महिलाएं अपने धर्मस्थल के सामने सड़क पर बैठ गईं और कांवड़ जत्थे का रास्ता रोक दिया। इससे माहौल बिगड़ गया और पुलिस को लाठीचार्ज व आंसू गैस के गोले छोड़कर स्थिति काबू करनी पड़ी। मामले में सोमवार रात अज्ञात महिला-पुरुषों पर रिपोर्ट दर्ज हुई तो मंगलवार दोपहर यहां के समुदाय विशेष के तमाम लोगों ने सामूहिक पलायन की धमकी देते हुए अपने घरों पर मकान बिकाऊ का इश्तेहार लिख दिया।
खुफिया इकाई और पुलिस ने किया चिह्नीकरण जांच में सामने आया कि साजिश के पीछे पांच लोग हैं, जो लोगों को भड़काकर ‘मकान बिकाऊ है’ का इश्तेहार लिखवा रहे हैं। एक व्यक्ति मोहल्लों में घूमकर लोगों को भड़का रहा है और एक ने अपने हाथ से ही कई मकानों पर इश्तेहार लिख दिया। मंगलवार देर रात बारादरी पुलिस ने पांचों को उनके घरों से उठा लिया। पूछताछ कर उन्हें सख्त चेतावनी देकर छोड़ दिया गया। हिदायत दी गई है कि अगर लोगों को भड़काया तो रिपोर्ट दर्ज कर जेल भेजा जाएगा।