जिला अस्पताल से लेकर सीएचसी-पीएचसी में बढ़ी मरीजों की संख्या जौनपुर। मानसून के मौसम से हर रोज निकलने वाली धूप व हवा में नमी से बढ़ी उमस लोगों की सेहत को नुकसान पहुंचा रही है। यहां तक कि निम्न रक्तचाप की वजह से लोग बेचैन होकर गश खाकर गिर जा रहे हैं, रोजाना इस समस्या से पीडि़त लोग मेडिकल कॉलेज में भर्ती हो रहे हैं। वहीं, अस्पतालों की ओपीडी में प्रतिदिन करीब 15-20 फीसदी मरीज डायरिया, बुखार समेत अन्य समस्याओं से ग्रसित होकर पहुंच रहे हैं। इन दिनों उमस भरी गर्मी का सिलसिला जारी है। दिन में भीषण गर्मी झेलने के बाद मध्य रात्रि से मौसम में हो रही नमी लोगों को बीमार कर रही है। लोग डिहाइड्रेशन की वजह से निम्न रक्तचाप की चपेट में आकर सदमे में पहुंच रहे हैं। जिला अस्पताल समेत सीएचसी और पीएचसी में मरीजों की संख्या बढ़ रही है। वहीं, ओपीडी में तेज बुखार, उल्टी, दस्त, पेशाब कम होने जैसे लक्षणयुक्त करीब 40-50 मरीज पहुंच रहे हैं। इन मरीजों को जांच व दवाएं उपलब्ध कराने के बाद आराम करने व तरल पदार्थों का सेवन करने की सलाह दी जा रही है। चिकित्सकों का कहना है कि मौसम में हो रहे उतार-चढ़ाव व उमस के कारण लोग सॉक में जा रहे हैं। बुखार, डायरिया के बीच लो बीपी के साथ कई मरीज भर्ती हो चुके हैं, जिन्हें आईसीयू में रखकर इलाज किया जा रहा है। इस मौसम में लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। खुले में पाए जाने वाले खाद्य पदार्थ का सेवन करने से बचें, स्वच्छ व गर्म खाना खाएं, तरल पदार्थ का अधिक से अधिक सेवन करें। यदि समस्या बनी रहे तो चिकित्सक से संपर्क करें।