- जमीरूद्दीन कुरैशी है पत्रकार और भाजपा नेता आशुतोष श्रीवास्तव की हत्या का मुख्य आरोपी
- महाराष्ट्र में हुआ था गिरफ्तार, ट्रांसिट डिमांड पर लाते समय ट्रेन से हुआ था फरार
जौनपुर।थाना शाहगंज अंतर्गत इमरानगंज बाजार में पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव की हत्या का मुख्य, फरार आरोपी जमीरूद्दीन कुरैशी को जौनपुर पुलिस ने फिर से गिरफ्तार कर लिया।
थाना शाहगंज में आशुतोष श्रीवास्तव की हत्या के सम्बन्ध में दर्ज मामले में वांछित जमीरुद्दीन पुत्र स्व0 हनीफ कुरैशी ग्राम सबरहद थाना शाहगंज को गत मंगलवार को जनपद ठाणे, महाराष्ट्र से गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के बाद पुलिस उसे अपनी अभिरक्षा में लेकर न्यायालय से प्राप्त ट्राजिंट रिमाण्ड पर लोकमान्य तिलक टर्मिलन से ट्रेन द्वारा वापस थाना शाहगंज आ रहे थे । ट्रेन गुरुवार को जब खंडवा रेलवे स्टेशन पहुंची तब टायलेट ले जाते समय जमीरुद्दीन ट्रेन से कूद कर फरार हो गया था। इस मामले में पुलिस अधीक्षक डॉक्टर अजय पाल शर्मा ने पुलिसपार्टी पार्टी के दो मुलाजीमो को निलंबित कर दिया । आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस पर बड़ा दबाव था।
गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधीक्षक डा.अजय पाल शर्मा द्वारा कई टीमों को गठन कर लगाया गया था । आखिर जौनपुर पुलिस की मेहनत रंग लाई। पत्रकार हत्याकांड मुख्य अभियुक्त,साजिशकर्ता, जमीरूद्दीन कुरैशी को ग्राम बोरीवली थाना पड़घा जनपद थाणे ,महाराष्ट्र से पुनः गिरफ्तार कर लिया गया।
गौरतलब है कि गत 13 मई की सुबह शाहगंज थाना इलाके में आशुतोष श्रीवास्तव की हत्या कर दी गई थी। सबरहद गांव के रहने वाले आशुतोष अपने घर से निकलकर इमरानगंज बाजार जा रहे थे। चौराहे पर आए कुछ लोगों ने तड़ातड़ गोलियां बरसाकर उनकी हत्या कर दी थी। घरवालों का दावा है कि आशुतोष ने एक महीने पहले ही शाहगंज पुलिस को पत्र लिखकर सुरक्षा देने की मांग की थी। पुलिस ने लापरवाही बरती।
- गो तस्करों और भूमाफियाओं पर हत्या का आरोप
आशुतोष के भाई की तहरीर पर महाराष्ट्र के सपा नेता अबू आजमी के रिश्तेदार नासिर जमाल समेत चार नामजद और पांच ज्ञात बदमाशों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। पुलिस को दी गई शिकायत में गोतस्करों और भूमाफियाओं पर हत्या का आरोप लगाया गया⊇। यूपी पुलिस के इनपुट पर मुंबई पुलिस ने आशुतोष श्रीवास्तव की हत्या के आरोप में साजिशकर्ता जमीरुद्दीन कुरैशी को भिवंडी से अरेस्ट कर लिया था। जौनपुर पुलिस की एक टीम उसे लेकर महाराष्ट्र से आ रही थी। रास्ते में जमीरुद्दीन भागने में कामयाब हो गया।