- पुलिस पर फायरिंग करना और असलहे के साथ गिरफ्तारी दिखाना बना आक्रोश का कारण
जौनपुर -सुरेरी पुलिस चौकी पर रविवार की सुबह लगभग दस बजे दो सौ की संख्या में पहुंचे ग्रामीणों ने पुलिस के खिलाफ जमकर मुर्दाबाद के नारे लगाए वहीं पुलिस पर फर्जी मुकदमा लिखने से आक्रोशित ग्रामीण पुलिस के कार्य प्रणाली से काफी नाराज दिखे। क्षेत्रीय लोगों का आरोप है कि पुलिस बेगुनाहों को संगीन आरोपों में फंसा कर जेल भेज दे रही है। वहीं पूछने पर फर्जी मुकदमे में फसाने की धमकी भी दे रही है। विदित हो कि बीते कुछ दिन पूर्व सुरेरी मोदफ गांव के अनुसूचित जाति और धर्म विशेष के बीच किसी बकरी चराने को लेकर विवाद हो गया था। जिसमें अनुसूचित जाति के लोगो के तहरीर पर पुलिस ने विशेष समुदाय के शाहिद, वाहिद, आरिफ, और मेराज को हिरासत में लेकर एक पक्षीय कार्रवाई करते हुए बीते गुरुवार को शांति भंग में चालान कर दिया था। परिजन नूरआलम का आरोप है कि शांति भंग में जेल भेजे गए सभी लोगों का जमानत कराकर शाम लगभग सात बजे अपने घर पहुंचा, और परिवार के सभी बच्चे घर में सो रहे थे इसी दौरान गुरुवार की ही रात सुरेरी पुलिस अपनी गाड़ी को सुरेरी चौकी पर खड़ी करके लगभग पांच छ की संख्या में हमारे घर पहुंचे और चारों बच्चों को पुनः आधे अधूरे कपड़ों में हिरासत में ले लिया। परिजनों को पूछने पर यह बताया कि क्षेत्राधिकारी जांच के लिए आए हैं जांच करने के पश्चात इन्हें छोड़ दिया जाएगा। वहीं दूसरे दिन सुबह परिजनों को यह जानकारी हुई कि पुलिस ने हिरासत में लिए युवकों के ऊपर पुलिस पर असलहे से फायर करने व उनके ऊपर पत्थर बाजी करने का आरोप लगाते हुए जगदीशपुर गांव स्थित प्राइमरी पाठशाला से गिरफ्तार कर लिया है। और उनके खिलाफ एक पुलिस कर्मचारी के ही तहरीर पर मुकदमा लिखकर जेल भेज दिया गया। जिससे आक्रोशित विशेष समुदाय के लोगों सहित ग्रामीण व अन्य समुदाय के लोग भी पुलिस के इस कार्य प्रणाली से नाराज होकर लगभग दो सौ की संख्या में ग्रामीण रविवार की सुबह सुरेरी चौकी पर पहुंचकर घंटो प्रदर्शन किए। जहाँ सुचना पर भारी संख्या में पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन तब तक प्रदर्शनकारी मौके से हट लिए थे। पुलिस मौके पर पहुंचकर जाँच पड़ताल में जुटी रही। प्रदर्शन करने वालों में मुख्य रूप से नूर ए आलम, इश्तियाक अहमद, पूर्व प्रधान सुभाष चंद्र गौतम, अपना दल के बूथ अध्यक्ष मोहम्मद मुमताज, सकीना बानो, नूर जहां, अजय गौतम, प्रदीप यादव, धीरज यादव, चिंटू पाल, राहुल जायसवाल सहित सभी समुदाय के लगभग दो सौ लोग एकत्रित रहे। इस संदर्भ में थानाध्यक्ष सुरेरी प्रियंका सिंह ने बताया सूचना मिली है जाँच की जा रही है।