- निरीह किशोर की पिटाई का दिलदहलाने लाने वाला वीडियो सामने आया
जौनपुर। सोशल मीडिया पर 56 सेकंड का एक ऐसा वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक किशोर की पिटाई करते हुए आधा दर्जन से ज्यादा युवक दिखाई पड़ रहे हैं। जो पूरी ताकत और हुनर के साथ उस किशोर को लात, घूंसे थप्पड़ मुख्य से पीट नजर आ रहे हैं। वीडियो के दृश्य और मंजर काफी भयानक है। जनपद के केराकत क्षेत्र में वायरल हो रहे इस वीडियो की किसी तरह की पुष्टि जौनपुर समाचार नहीं करता है। लेकिन पूरे वीडियो को देखने के बाद किसी भी कमजोर दिल वाले को दहलाने के लिए काफी है।
इस वायरल वीडियो के संबंध में जब जानकारी इकट्ठी की गई तो वह भी खासी चौंकाने वाली है। जानकार सूत्र ने बताया कि यह वीडियो लगभग 3 सप्ताह पुराना है। जिसे इसी सप्ताह वायरल किया गया है।
ए। किशोर जिसकी पिटाई फिल्मी स्टाइल में की गई है,वह केराकत कोतवाली अंतर्गत बेहड़ा गांव का रहने वाला है। सूत्र बताते हैं कि विवाद की जड़ में एक क्रिकेट मैच के दौरान हुआ झगड़ा है।पीड़ित किशोर और पिटाई करने वालों में से एक की टीम के बीच लगभग एक माह पूर्व एक क्रिकेट मैच खेला गया था । जिसमें किसी फैसले को लेकर हमलावर और पीड़ित किशोर के बीच कहां सुनी हो गई थी। बाद में मोबाइल पर भी दोनों में कई बार झड़प हुई।
पीड़ित किशोर बेहड़ा गांव का रहने वाला है। जबकि हमलावर थाना कोतवाली अंतर्गत थाना गद्दी का रहने वाला धर्म विशेष का बताया जाता है। जिसने कुछ
असामाजिक तत्वों की मदद से इस घटना को अंजाम दिया है। दिलचस्प बात यह है कि हमलावर की मदद करने वाले तथाकथित भी बेहड़ा गांव के निवासी बताए जाते हैं।जिसके ऊपर लूट और गैंगस्टर के मुकदमे दर्ज हैं। जो इन दिनों क्षेत्र में आतंक का पर्याय बन चुका है।
वीडियो बनाने और वायरल करने के
पीछे की असली कहानी
मारपीट की ऐसी घटनाओं के दौरान प्राय दर्शकों द्वारा वीडियो शूट किए जाते हैं। निर्ममता पूर्वक प्रहार और अमानवीय कृत्यों के शूट किए गए वीडियो पराया सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा सोशल मीडिया पर उचित कार्यवाही और वास्तविकता दिखाने के लिए
चलाए जाते हैं पाया वायरल वीडियो में विवरशिप लेने के लिए भी ऐसे वीडियो चलाए जाते हैं लेकिन सूत्र बताते हैं कि इस मामले का वीडियो बनाना और उसे वायरल करने के पीछे एक खास सोच है। यह बात इसलिए भी सब जान पड़ती है क्योंकि जिस सुनसान में उसे किशोर के साथ अमानवियता कीजा रही है वहां किसी अन्य द्वारा वीडियो बनाना संभव नहीं है। जानकर यह भी बताते हैं कि पहले भरपूर पिटाई के बाद 56 सेकंड का यह वीडियो बनाने के लिए विशेष तौर पर दुबारा पिटाई की गई और बनाया गया है। फिर इस वीडियो को 3 सप्ताह तक सुरक्षित रखा गया और जब यह देखा गया कि पूरा मामला ठंडा हो गया तब इस वीडियो को योजना बंद तरीके से घटनास्थल वाले गांव समेत आसपास में चलाया गया ।
पिटाई वाले इस वीडियो को वायरल करने के पीछे का मकसद हमलावरों द्वारा क्षेत्र में हनक,दबदबा, आतंक कायम करना जाना बताया जाता है ।