जौनपुर। मंगलवार को सिविल कोर्ट ने अटाला मस्जिद में सर्वे का आदेश दे दिया है। इस मामले को लेकर हिंदू पक्ष के वकील हरिशंकर जैन कहा कि अगर यह साबित होता है कि यहाँ मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाई गई है तो फिर यह ईमारत हिंदुओं को वापस मिलनी चाहिए।
इस मामले के बाबत बाबरनामा का अंश सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है। जिसमें बताया गया है कि बाबर ने कोई मंदिर नहीं तोड़वाई थी। आगे कहा गया कि राजनैतिक लाभ के लिए जगह जगह बाबर द्वारा मंदिर तोड़ने की भारी अफवाह फैला दी गई।
अदालत आगामी 16 दिसंबर को सर्व कमीशन की घोषणा करेगी। जो परिसर में पहुंचकर तथ्यों की जांच पड़ताल करेगा
और अपनी रिपोर्ट माननीय न्यायालय को देगा.