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महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन का जन्म दिवस राष्ट्रीय गणित दिवस के रूप में मनाया गया

 

 

 

 

सिंगरामऊरविवार को राजा हरपाल सिंह महाविद्यालय सिंगरामऊ में गणित विभाग द्वारा राष्ट्रीय गणित दिवस के उपलक्ष्य में रामानुजन: व्यक्तित्व और कृतित्व विषय पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती के चित्र और रामानुजन के चित्र पर माल्यार्पण से हुई। इस अवसर पर श्रीनिवास रामानुजन और गणित के क्षेत्र में उनके योगदान पर अपने विचार रखते हुये गणित विभाग के अध्यक्ष डाॅ.बृजेश प्रताप सिंह ने महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन के जीवन के विषय में प्रकाश डाला और कहा कि इन्होंने अपने प्रतिभा और लगन से ना केवल गणित के क्षेत्र में अ‌द्भुत अविष्कार किए वरन् भारत को अतुलनीय गौरव भी प्रदान किया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए गणित विभाग के डॉ.धीरज शुक्ला ने

सभी को सम्बोधित करते हुए कहा कि श्रीनिवास रामानुजन के जन्म दिवस को राष्ट्रीय गणित दिवस मनाने का अर्थ है कि उनके गणित में किए गए कार्यों से सभी छात्र छात्राओं को जानकारी प्राप्त हो सके।

(जानिए कौन है श्रीनिवास रामानुज

 

श्रीनिवास रामानुजन एक महान भारतीय गणितज्ञ थे. उन्हें आधुनिक काल के महानतम गणित विचारकों में से एक माना जाता है. उनका जन्म 22 दिसंबर, 1887 को तमिलनाडु के इरोड में हुआ था. उनका पूरा नाम श्रीनिवास अयंगर रामानुजन था.

हर वर्ष महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन के जन्मदिवस के उपलक्ष्य पर ‘राष्ट्रीय गणित दिवस’ (National Mathematics Day) मनाया जाता है। क्या आप जानते हैं कि रामानुजन ने बिना किसी औपचारिक प्रशिक्षण के बावजूद गणित के लगभग साढ़े तीन हजार सिद्धांत बनाए थे। किंतु टीबी जैसी भयावह बीमारी के कारण उन्होंने मात्र 32 वर्ष की अल्प आयु में ही दुनिया को अलविदा कह दिया। लेकिन उनके अतुलनीय योगदान के लिए गणितीय इतिहास में उनका नाम हमेशा के लिए अमर हो गया। इसके साथ उनकी असाधारण प्रतिभा के लिए उन्हें पाश्चात्य विद्वानों ‘आर्किमिडीज़’,‘कार्ल फ्रेडरिक गौस’ और ‘लियोनहार्ड यूलर’ के बराबर का दर्जा मिला हैं।

 

गणित के क्षेत्र में श्रीनिवास रामानुजन के द्वारा दिए गए अहम योगदान के लिए भारत सरकार ने वर्ष 2012 में उनके जन्मदिन को ‘राष्ट्रीय गणित दिवस’ के रूप में मानने का निर्णय लिया। तब से हर वर्ष 22 दिसंबर को ‘राष्ट्रीय गणित दिवस’ मनाया जाता है। )

 

कार्यक्रम के अंत में डॉ.राजीव कुमार त्रिपाठी द्वारा सभी के प्रति आभार ज्ञापित किया गया। इस अवसर पर डाॅ.रवीन्द्र कुमार सिंह, डाॅ.मनोज कुमार सिंह, डाॅ.सीमा सिंह, डॉ.अनुराग सिंह, डाॅ. करुणेश पाण्डेय, डाॅ.मुकेश कुमार, अम्बरीश शुक्ल, प्रभाकर सिंह, आशीष मिश्र,सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे।

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Author: fastblitz24

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