गांव में शराब की दुकानों के कारण होने वाली परेशानियाँ
जौनपुर।पवारा थाना क्षेत्र के पवारा गांव के सैकड़ों महिला और पुरुष ग्रामीणों ने सोमवार को जिलाधिकारी (डीएम) डॉ. दिनेश चंद्र के कार्यालय पहुंचकर उनसे मुलाकात की और गांव में स्थित शराब के ठेके को हटाने के लिए एक ज्ञापन सौंपा।
ग्रामीणों ने बताया कि पवारा गांव की हरिजन बस्ती के बगल में देशी मदिरा, विदेशी मदिरा और बीयर की दुकानें हैं। ग्रामीण सभाजीत ने बताया कि पहले शराब का ठेका पवारा बाजार में था, लेकिन 4-5 सालों से इसे गांव में स्थानांतरित कर दिया गया है। इन दुकानों के कारण गांव के बड़े-बुजुर्गों के साथ-साथ युवा वर्ग के लोग भी हमेशा शराब पीकर नशे में धुत रहते हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि नशे की हालत में गाली-गलौज, मारपीट, चोरी और छिनैती जैसी घटनाएं आम हो गई हैं। इन दुकानों के कारण घर की बहन-बेटियाँ बाहर निकलने से डरती हैं। जब से ये दुकानें यहाँ आई हैं, तब से घर के बड़े-बूढ़े और बच्चे कामकाज छोड़कर दिन भर यहीं बैठे रहते हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि विरोध करने पर उन्हें भद्दी गालियाँ दी जाती हैं और मारा-पीटा जाता है। इसलिए वे चाहते हैं कि इन तीनों दुकानों को यहाँ से हटाकर किसी एकांत स्थान पर खुलवाया जाए। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि उन्होंने कई बार थाने में इसकी सूचना दी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
महिलाओं ने बताया कि शराब की दुकान होने से उनकी लड़कियाँ स्कूल जाने में डरती हैं, क्योंकि शराबी लोग गाली-गलौज और अपशब्दों का प्रयोग करते हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर यहाँ उनकी सुनवाई नहीं हुई तो वे मुख्यमंत्री के दरबार में जाएँगी।
* *