**गाजीपुर।**
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के प्रदेश संगठन मंत्री व जिलाध्यक्ष रहे दिवंगत कर्मचारी नेता डीएन सिंह की 62वीं जयंती बुधवार को फुल्लनपुर स्थित उनके आवास पर श्रमिक उत्थान समिति द्वारा मनाई गई। इस अवसर पर उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। वक्ताओं ने डीएन सिंह के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए उन्हें कर्मठ और जुझारू नेता बताया।
**सामाजिक मूल्यों और ईमानदारी के प्रतीक**
इस अवसर पर पूर्व सहायक अभियंता और वरिष्ठ नागरिक अरविंद नाथ राय ने कहा कि डीएन सिंह सीमित संसाधनों में भी बड़े लक्ष्यों को प्राप्त करने में सक्षम थे। उन्होंने हमेशा सामाजिक मूल्यों और कर्मचारी हितों को प्राथमिकता दी। वे युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत थे।
माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रादेशिक मंत्री चौधरी दिनेश चंद्र राय ने कहा कि डीएन सिंह के आदर्श मानदंडों पर चलना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के प्रांतीय अध्यक्ष हरि किशोर तिवारी ने अपने संदेश में कहा कि स्व. डीएन सिंह बहुत ही कर्मठ, ईमानदार और सबको साथ लेकर चलने वाले नेता थे।
**कर्मचारियों के संघर्ष का प्रतीक**
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिलाध्यक्ष सुरेंद्र यादव ने कहा कि डीएन सिंह कर्मचारियों के सम्मान के लिए हर संघर्ष के लिए तैयार रहते थे। उनकी सौम्यता और सबको समान दृष्टि से देखने का नजरिया उन्हें दूसरों से अलग बनाता था।
राज्य कर्मचारी महासंघ के जिलाध्यक्ष बालेन्द्र त्रिपाठी ने कहा कि विषम परिस्थितियों के बावजूद डीएन सिंह ने कर्मचारियों के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया। समिति के मंत्री राजीव कुमार सिंह ने कहा कि डीएन सिंह का जीवन मजदूरों और कमजोर वर्ग के कल्याण को समर्पित रहा।
**कार्यक्रम और सेवा कार्य**
कार्यक्रम के दौरान परिवारजनों द्वारा असहाय व्यक्तियों को भोजन वितरित किया गया। इस मौके पर राजीव कुमार सिंह, आलोक राय, राकेश कुमार पांडेय, रमाकांत, श्रीनिवास चौबे, राजवीर सिंह, गायत्री सिंह, रिया सिंह समेत कई कर्मचारी और नेता उपस्थित रहे।
डीएन सिंह का योगदान आज भी कर्मचारियों और मजदूरों के दिलों में जीवित है। उनके पदचिह्नों पर चलकर ही कर्मचारी समाज का भला हो सकता है।