**शाहगंज (जौनपुर):** गाजीपुर सहित कई जनपदों में एंटी करप्शन टीम द्वारा लेखपालों की गिरफ्तारी से आक्रोशित शाहगंज तहसील के लेखपालों ने उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के बैनर तले शनिवार को सम्पूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर तहसील परिसर में धरना प्रदर्शन किया।
लेखपाल संघ ने उपजिलाधिकारी को मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में लेखपालों ने आरोप लगाया कि एंटी करप्शन टीम सामान्य शिकायतों के आधार पर बिना वास्तविक तथ्यों की जांच किए, शिकायतकर्ता को उकसाकर शिकायती प्रार्थनापत्र लिखवाती है और प्री ट्रैप जांच की कागजी औपचारिकता पूरी कर उसी दिन या अगले दिन लेखपाल को फंसाने का प्रयास करती है और उन्हें गिरफ्तार कर लेती है। लेखपालों का कहना है कि कई मामलों में शिकायत पत्र में उल्लिखित कार्य लेखपाल से संबंधित भी नहीं होता और न ही लेखपाल द्वारा किसी रिश्वत की मांग की गई होती है। लेखपाल के सामने आने पर शिकायतकर्ता द्वारा जबरन उसकी जेब/हाथ/वाहन/कक्ष में पैसा रख दिया जाता है। टीम द्वारा जबरन पकड़कर लेखपाल के हाथ में पैसा रखवाकर या पाउडर लगाकर या अपने पाउडर लगे हाथ से लेखपाल का हाथ पकड़कर, पानी के गिलास में धुलवाए जाते हैं।
उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के जिलाध्यक्ष संजय कुमार ने कहा कि गाजीपुर, महाराजगंज और दो-तीन अन्य जनपदों में लेखपालों को साजिश के तहत फंसाया गया है। लेखपाल संघ ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि एंटी करप्शन की कार्रवाई से पहले शिकायतकर्ता की शिकायत की जांच प्रशासनिक स्तर पर हो। यदि शिकायतकर्ता लेखपाल से कार्य कराने का गैरकानूनी प्रयास करता है, तो रिश्वत देने के प्रयास में उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज होना चाहिए। किसी दलाल/साजिशकर्ता द्वारा रिश्वत लेने के आधार पर लेखपाल कर्मचारी को गिरफ्तार करने पर रोक लगाई जाए। इसके अलावा, ज्ञापन में कई अन्य मांगें भी की गईं।
धरना प्रदर्शन की अध्यक्षता उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के तहसील अध्यक्ष ई. विकास सिंह ने की, जबकि संचालन तहसील मंत्री विवेक सिंह ठाकुर ने किया। इस मौके पर लेखपाल दूधनाथ, बृजेश यादव, पवन सिंह, मृत्युंजय कुंवर विक्रम, निशा प्रियदर्शनी, सुमन, नीतू सिंह, अमरजीत बिंद, सत्यप्रेम, रितुराज चौधरी, ज्योति तिवारी, रविकांत मौर्य आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।