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सूर्य उपासना और दान-पुण्य के साथ मकर संक्रांति श्रद्धापूर्वक मनाई गई, 

 

खरमास हुआ समाप्त, अब होंगे शुभ कार्य

 

जौनपुर: सूर्य उपासना, दान-पुण्य और सूर्य के मकर राशि में प्रवेश का पर्व मकर संक्रांति मंगलवार को श्रद्धापूर्वक मनाया गया। सूर्य ने आज सुबह मकर राशि में प्रवेश किया। संक्रांति के पुण्य काल पर स्नान और दान-पुण्य किए गए। सुबह से शुरू हुआ दान-पुण्य का क्रम दिनभर चलता रहा। इसके साथ ही एक माह का खरमास भी समाप्त हो गया है और अब शादी सहित सभी मंगल कार्य शुरू हो गए हैं।

मकर संक्रांति का उत्सव:

मकर संक्रांति के पावन पर्व पर आज सुबह से ही मंदिरों के बाहर और अन्य स्थानों पर दान-पुण्य किया गया। लोगों ने पवित्र सरोवरों में स्नान भी किया। प्राचीन जलाशयों में भक्तों ने डुबकियाँ लगाईं। घरों में तिल से बने व्यंजन, दाल के पकौड़े आदि बनाए गए। बहन-बेटियों के यहाँ तिल से बने व्यंजन व अन्य उपहार भेजे गए। सूर्यदेव के मकर राशि में प्रवेश करने के साथ ही मलमास समाप्त हो गया है।

अब होंगे शुभ कार्य आरंभ:

मलमास समाप्त होने पर एक माह से रुके हुए गृह प्रवेश, मुंडन संस्कार, यज्ञोपवीत, विवाह आदि शुभ कार्यों के लिए भी मार्ग प्रशस्त हो गया है। इस वर्ष जनवरी से दिसंबर तक कुल 52 दिन शादियों के सावे (मुहूर्त) रहेंगे। इन दिनों में शादी-ब्याह के साथ ही अन्य मांगलिक कार्यक्रम भी होंगे। पूरे साल में छह माह ऐसे भी रहेंगे, जब अबूझ मुहूर्त के अलावा सावे नहीं होंगे।

 

फरवरी: 2 तारीख (बसंत पंचमी)

 

मार्च: 1 तारीख (फुलेरा दोज)

 

अप्रैल: 6 तारीख (रामनवमी), 30 तारीख (अक्षयतृतीया)

 

मई: 5 तारीख (जानकी नवमी), 12 तारीख (पीपल पूर्णिमा)

 

जून: 5 तारीख (गंगादशमी), 6 तारीख (निर्जला एकादशी)

 

जुलाई: 4 तारीख (भड़ल्या नवमी), 6 तारीख (देवशयनी एकादशी)

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Author: fastblitz24

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