जौनपुर।
शासन और प्रशासन की सख्ती के बावजूद परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों के देर से आने और जल्दी जाने की परंपरा खत्म होती नहीं दिख रही है।
ताजा मामला डोभी बीआरसी अन्तर्गत करनेहुआं प्राथमिक विद्यालय का है, जहां सुबह 9 बजकर 11 मिनट तक स्कूल का गेट बंद पाया गया। हेडमास्टर समेत सभी शिक्षक और शिक्षा मित्र अनुपस्थित थे। स्कूल के बाहर बच्चे गेट के खुलने और शिक्षकों के आने का इंतजार करते रहे।
शासन स्तर पर प्रतिदिन पोर्टल के माध्यम से शिक्षकों की उपस्थिति की मॉनिटरिंग की जा रही है। अधिकतर स्कूलों में सुधार देखा गया है, लेकिन कुछ विद्यालयों में शिक्षकों की लापरवाही अब भी जारी है। देर से आना और समय से पहले चले जाना उनकी आदत बन चुकी है।
अब सवाल उठता है कि बेसिक शिक्षा अधिकारी और खंड शिक्षा अधिकारी ऐसे लापरवाह शिक्षकों पर क्या कदम उठाएंगे। बच्चों की शिक्षा से खिलवाड़ करने वाले शिक्षकों पर सख्त कार्रवाई की मांग उठ रही है।
खंड शिक्षा अधिकारी रमाकांत ने कहा, “मामला संज्ञान में आया है। सभी शिक्षकों से स्पष्टीकरण लिया जाएगा और उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।”
इस तरह की घटनाएं शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती हैं और बच्चों के भविष्य के प्रति प्रशासन की जिम्मेदारी को कटघरे में खड़ा करती हैं। देखना होगा कि इस पर क्या ठोस कदम उठाए जाते हैं।