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मोदी का महाकुंभ प्रवास आया विपक्षियों के निशाने पर

डुबकी के लिए  मतदान दिवस को मुहूर्त बनाने की हुई तीखी आलोचना

कुंभ नगरप्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर मोदी द्वारा महाकुंभ के 24वें दिन कुंभ नगर की यात्रा और पुण्य की डुबकी अब विपक्षियों के निशाने पर आ गई.

 कई विपक्षी नेताओं ने बाकायदा बयान जारी कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिल्ली विधानसभा चुनाव के मतदान के दिन को कुंभ स्थान के लिए चुने पर उनकी तीखी आलोचना की. आलोचना करने वालों का कहना है कि प्रधानमंत्री द्वारा ऐसा करना चुनाव परिणामों को प्रभावित करने की कोशिश है. यह तारीख मतों के ध्रुवीकरण के लिए चुनी गई है.

          प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को प्रयागराज संगम में डुबकी लगाई. माघ की अष्टमी के शुभ अवसर पर पीएम मोदी के संगम में स्नान करने को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. पीएम मोदी ने जिस ‘मुहुर्त’में संगम में डुबकी लगाई, उसी दिन दिल्ली विधानसभा चुनाव के मतदान और उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव के मतदान का भी ‘मुहुर्त’ था.ऐसे में माना जा रहा है कि मोदी के इस डुबकी से राजनीतिक संदेश भी निकलेगा. बीजेपी को उम्मीद है कि इससे वो हिंदू वोट फिर उसके पास वापस आएगा, जो पिछले दिनों उससे छिटक गया था. यह विपक्षी दलों का दावा है. इसको लेकर विपक्षी पार्टियों ने प्रधानमंत्री को निशाने पर लिया है. कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने कहा है कि पीएम के महाकुंभ में स्नान से वोटर्स प्रभावित होंगे. कांग्रेस के नेता और प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट बाड्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी दिल्ली विधानसभा और मिल्कीपुर का चुनाव हार चुकी है.

           प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को प्रयागराज के महाकुंभ मेले में संगम में स्नान किया और अपनी खुशी व्यक्त की।उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “प्रयागराज महाकुंभ में आज पवित्र संगम में         स्नान के बाद पूजा-अर्चना का परम सौभाग्य मिला।मां गंगा का आशीर्वाद पाकर मन को असीम शांति और संतोष मिला है। उनसे समस्त देशवासियों की सुख-समृद्धि, आरोग्य और कल्याण की कामना की। हर-हर गंगे!”

सबसे पहले, 13 दिसंबर 2024 को अपने प्रयागराज दौरे के दौरान, प्रधानमंत्री ने 5,500 करोड़ रुपये की लागत वाली 167 विकास परियोजनाओं का शुभारंभ किया था।न परियोजनाओं का उद्देश्य आम जनता के लिए संपर्क, सुविधाएं और सेवाएं बेहतर बनाना है।

महाकुंभ 2025 का शुभारंभ 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा के पवित्र स्नान के साथ हुआ था।स अवसर पर लाखों श्रद्धालुओं ने गंगा, यमुना और सरस्वती के त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाई।्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर सभी श्रद्धालुओं का हृदय से वंदन और अभिनंदन करते हुए महाकुंभ के सफल आयोजन की कामना की थी।महाकुंभ 2025 में 45 दिनों के दौरान 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है।

प्रधानमंत्री मोदी के संगम स्नान के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उपस्थित थे। स्नान के बाद प्रधानमंत्री ने सूर्य को अर्घ्य दिया और मां गंगा की पूजा-अर्चना की।नकी इस आध्यात्मिक यात्रा ने देशवासियों के बीच उत्साह और श्रद्धा का संचार किया है।

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Author: fastblitz24

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