Fastblitz 24

गर्मी में घट गया है पशुओं का दूध उत्पादन, पशुपालक उठाएं ये घरेलू उपाय, भर जाएंगे ड्रम!

देशभर में पड़ रही भीषण गर्मी का असर अब दुधारू पशुओं पर भी साफ तौर पर दिखाई दे रहा है। तापमान में लगातार हो रही वृद्धि से पशुओं की दूध देने की क्षमता में 25 से 30 प्रतिशत तक की गिरावट देखी जा रही है, जिससे किसानों और पशुपालकों की चिंता बढ़ गई है।

पशुपालकों के अनुसार, पहले जो पशु प्रतिदिन 40 लीटर दूध देता था, वह अब मुश्किल से 28-30 लीटर ही दे पा रहा है। साथ ही गर्मी के कारण पशुओं में विभिन्न प्रकार की बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है। ऐसे में पशुओं की देखभाल और उनके खानपान पर विशेष ध्यान देना जरूरी हो गया है।

कृषि विज्ञान केंद्र, सीतामढ़ी के पशु चिकित्सक डॉ. किंकर कुमार के अनुसार, गर्मी में पशुओं की श्वसन दर बढ़ जाती है, जिससे वे हांफने लगते हैं। उनके शरीर में खनिज लवणों की कमी हो जाती है और रक्त के पीएच स्तर में बदलाव आता है।

डॉ. कुमार का सुझाव है कि:

पशुओं को प्रतिदिन 200 से 250 ग्राम गुड़ को 2-3 लीटर पानी में घोलकर पिलाना चाहिए।

मल्टीविटामिन सप्लीमेंट का सेवन करवाना चाहिए।

दिन में दो बार ठंडे पानी से स्नान कराना चाहिए।

पशुओं को छायादार व हवादार स्थानों में रखें और पंखे आदि का प्रयोग करें।

सीतामढ़ी के पशुपालक रूपेश कुमार का कहना है कि गर्मियों में मवेशियों को सहजन और शीशम के पत्ते खिलाना अत्यंत लाभकारी है। इससे उनकी पाचन क्रिया सुधरती है और गर्मी से राहत मिलती है। साथ ही हरा चारा नियमित रूप से देना चाहिए।

डॉ. कुमार ने बताया कि सरकारी पशु अस्पतालों में गर्मी के चलते होने वाली आम बीमारियों जैसे बुखार, दस्त, कृमि आदि की दवाएं निशुल्क उपलब्ध हैं। पशुपालकों को चाहिए कि वे किसी भी लक्षण के दिखते ही तुरंत पशु चिकित्सक से संपर्क करें

fastblitz24
Author: fastblitz24

Spread the love

यह भी पढ़ें

टॉप स्टोरीज