नई दिल्ली – भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक के बाद आज 9 अप्रैल 2025 को बड़ा फैसला सामने आया है। RBI ने रेपो रेट में 0.25 फीसदी की कटौती की घोषणा की है। यह निर्णय 7 अप्रैल को हुई बैठक के आधार पर लिया गया है। लगातार दूसरी बार रेपो रेट में कटौती की गई है, जिससे आम जनता को होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन जैसी सुविधाओं में राहत मिल सकती है।
रेपो रेट वह दर होती है जिस पर RBI वाणिज्यिक बैंकों को अल्पकालिक कर्ज देता है। जब रेपो रेट घटता है, तो बैंकों को कर्ज सस्ता मिलता है और इसका सीधा लाभ ग्राहकों को कम ब्याज दर पर लोन के रूप में मिल सकता है। वहीं अगर रेपो रेट बढ़ता है, तो बैंक कर्ज महंगे कर देते हैं और EMI पर बोझ बढ़ जाता है।

विशेषज्ञों का मानना है कि रेपो रेट में इस कटौती का असर आने वाले दिनों में बैंकों द्वारा दी जाने वाली लोन योजनाओं पर पड़ेगा। जिससे होम लोन, ऑटो लोन और पर्सनल लोन की EMI कम हो सकती है।
आरबीआई ने देश में बढ़ती महंगाई और आर्थिक दबाव को देखते हुए मनी सप्लाई को बढ़ाने के लिए रेपो रेट में यह कटौती की है। हाल ही में पेट्रोल-डीजल के उत्पाद शुल्क में बढ़ोतरी और एलपीजी की कीमतों में इजाफा लोगों की जेब पर असर डाल रहे थे। ऐसे में यह निर्णय एक राहत की खबर के तौर पर देखा जा रहा है।
यह RBI के नए गवर्नर संजय मल्होत्रा के कार्यकाल में दूसरी MPC बैठक थी। इससे पहले फरवरी 2025 में भी रेपो रेट में कटौती की गई थी। लगातार दूसरी बार लिए गए इस फैसले से आम जनता को उम्मीद है कि आने वाले महीनों में आर्थिक स्थिरता बढ़ेगी।
7 अप्रैल को पेट्रोल-डीजल के उत्पाद शुल्क में बढ़ोतरी और एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में बढ़ोतरी ने आम जनता को परेशान किया था। ऐसे में RBI का यह फैसला थोड़ी राहत लेकर आया है, हालांकि पेट्रोल और डीजल के दामों में अब तक कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है।

Author: fastblitz24



