मुर्शिदाबाद— पश्चिम बंगाल में वक्फ संशोधन कानून के विरोध में हिंसक प्रदर्शन एक बार फिर उग्र हो गया। शुक्रवार को मुर्शिदाबाद के जंगीपुर, सुती और शमशेरगंज क्षेत्रों में बड़ी संख्या में लोगों ने सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया, जो बाद में हिंसा में बदल गया।
प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग-12 पर कई सरकारी और निजी वाहनों को आग के हवाले कर दिया। इसके साथ ही रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शन करते हुए ट्रेनों को निशाना बनाया गया, जिससे दो ट्रेनों को रद्द करना पड़ा और पांच ट्रेनों का मार्ग परिवर्तित कर दिया गया। भीड़ द्वारा धुलियानगंगा स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक जाम कर दिए जाने से रेलवे संचालन पर भी असर पड़ा।

स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। झड़पों में कम से कम 10 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, वहीं तीन प्रदर्शनकारियों की मौत की खबर है। प्रशासन ने हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में इंटरनेट सेवा को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है और अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस हिंसा को गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों को उपद्रवियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए किसी भी प्रकार की अराजकता को सहन नहीं किया जाएगा।
बंगाल पुलिस के अनुसार, वर्तमान में जंगीपुर और सुती में हालात नियंत्रण में हैं और शांति बहाली के प्रयास जारी हैं।
घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “पश्चिम बंगाल सरकार अराजकता को रोकने में असमर्थ या अनिच्छुक दिख रही है। जिस तरह से अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को दबाया जा रहा है, वह चिंताजनक है। सरकार को हिंसा फैलाने वालों पर तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए।”
गौरतलब है कि ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड ने वक्फ कानून में संशोधन के खिलाफ ‘वक्फ बचाव अभियान’ की शुरुआत की थी, जिसे शांतिपूर्वक चलाने का आश्वासन दिया गया था। लेकिन मुर्शिदाबाद, मालदा और नॉर्थ 24 परगना जिलों में अभियान के दौरान हालात बेकाबू हो गए।
स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए प्रशासन लगातार प्रयासरत है और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की गई है।

Author: fastblitz24



