श्रीनगर— जम्मू-कश्मीर के पर्यटन स्थल पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया। सरकारी सूत्रों के अनुसार इस हमले में अब तक कम से कम 25 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि कई अन्य घायल हैं। यह हमला उस समय हुआ जब विभिन्न राज्यों से आए पर्यटक बायसरन ट्रेक पर निकले हुए थे।
घटना के बाद अनंतनाग पुलिस ने पुलिस कंट्रोल रूम में एक आपातकालीन हेल्प डेस्क स्थापित किया है, जिससे पीड़ितों के परिजनों और पर्यटकों को आवश्यक सहायता उपलब्ध कराई जा सके।

हेल्पलाइन नंबर:
अनंतनाग कंट्रोल रूम: 9596777669 / 01932-225870
व्हाट्सएप: 9419051940
श्रीनगर इमरजेंसी कंट्रोल रूम: 0194-2457543 / 0194-2483651
ADC श्रीनगर (आदिल फरीद): 7006058623
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस हमले को “अक्षम्य और अमानवीय” बताया और मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि “इस घृणित हमले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।”
गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर जानकारी दी कि वे जल्द ही श्रीनगर पहुंचकर उच्चस्तरीय सुरक्षा बैठक करेंगे।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने भी घटना की निंदा करते हुए शोक जताया।
उत्तरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एम.वी. सुचेंद्र कुमार को तत्काल दिल्ली से श्रीनगर भेजा गया है। स्थानीय सेना अधिकारियों से मौजूदा स्थिति की जानकारी ली जा रही है
जम्मू-कश्मीर की स्वास्थ्य मंत्री सकीना इत्तो के अनुसार, कुल 13 घायलों का इलाज दक्षिण कश्मीर के विभिन्न सरकारी अस्पतालों में चल रहा है। एक गंभीर घायल को श्रीनगर रेफर किया गया है। कुछ मामूली घायलों को प्राथमिक इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने हमले को “मानवता पर धब्बा” बताते हुए केंद्र सरकार से सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने की मांग की।
राहुल गांधी ने कहा कि “सरकार को अब जम्मू-कश्मीर में सामान्य स्थिति के खोखले दावों से आगे बढ़कर जवाबदेही लेनी चाहिए।”
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बताया कि राज्य के पर्यटकों पर हमला हुआ है। मृतकों के शवों को लाने के लिए पुलिस टीम और खेल विभाग की एक विशेष टीम को जम्मू-कश्मीर भेजा गया है।
ओडिशा के बालाासोर जिले के प्रशांत सतपथी की हमले में मौत की पुष्टि की गई है।
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने घटना को “कायराना हरकत” बताते हुए कहा कि दोषियों को जल्द पकड़कर कड़ी सजा दी जाएगी। उन्होंने स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को घायलों को तत्काल मदद पहुंचाने के निर्देश दिए हैं।
देश इस दुखद घटना से शोक में डूबा है, लेकिन साथ ही आतंक के खिलाफ एकजुट होकर खड़ा है। केंद्र और राज्य सरकारें राहत और पुनर्वास कार्यों में जुटी हुई हैं, और जल्द ही दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की उम्मीद जताई जा रही है।

Author: fastblitz24



