जौनपुर – महाराष्ट्र के पुणे शहर में एक विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला सामने आया है। मृतका के मायके वालों ने दहेज़ के लिए हत्या का आरोप लगाया है, जबकि ससुराल पक्ष इसे आत्महत्या या बीमारी से हुई मौत बता रहा है। शव को गुपचुप तरीके से अंतिम संस्कार किए जाने से इस मामले में रहस्य और भी गहरा गया है। यह घटना खुटहन (जौनपुर) के ख़्वाजापुर गांव से जुड़ी है, जहां बुधवार रात पुणे से एम्बुलेंस द्वारा विवाहिता का शव पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया।

ख़्वाजापुर गांव निवासी रमेश चंद्र श्रीवास्तव का आरोप है कि उन्होंने अपनी बेटी आंचल का विवाह नवंबर 2024 में खुटहन थाना क्षेत्र के पनौली गांव निवासी सुनील श्रीवास्तव के पुत्र निखिल के साथ किया था। शादी में उन्होंने अपनी सामर्थ्य के अनुसार दान-उपहार दिए थे, लेकिन शादी के बाद से ही आंचल को सास, ससुर, पति, देवर और ननद द्वारा लगातार दहेज़ के लिए प्रताड़ित किया जा रहा था। लगभग दो महीने पहले निखिल आंचल को लेकर पुणे चला गया, जहां बीते मंगलवार को आंचल का शव रहस्यमय परिस्थितियों में फांसी से लटका हुआ पाया गया। पिता रमेश चंद्र श्रीवास्तव का आरोप है कि उनकी बेटी की हत्या 10 लाख रुपये दहेज़ की मांग पूरी न होने पर की गई है। उन्होंने पति, सास, ससुर सहित पांच लोगों के खिलाफ पुणे के एक थाने में नामजद तहरीर दी है।

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पोस्टमार्टम और अंतिम संस्कार को लेकर विवाद
इस मामले में सबसे बड़ा विवाद पोस्टमार्टम और अंतिम संस्कार को लेकर है। मृतका के पिता का कहना है कि पोस्टमार्टम होने से पहले उन्हें सूचना दी गई थी और वे वहां जाने के बाद ही पोस्टमार्टम कराने की बात कह रहे थे। इसके बावजूद ससुराल वालों ने कथित तौर पर लड़की के पिता की मौजूदगी बताकर उनके नाम से ही पोस्टमार्टम करवा लिया। इसके बाद, खुटहन थानाध्यक्ष के समक्ष 17 जुलाई की सुबह 10 बजे अंतिम संस्कार करने की बात कही गई थी, लेकिन ससुराल वालों ने आधी रात को ही शव का गोमती नदी के तट पर अंतिम संस्कार कर दिया और मायके वालों को इसकी सूचना नहीं दी।
Author: fastblitz24



