जौनपुर : जौनपुर के किसानों के लिए एक अच्छी खबर है! एकीकृत बागवानी विकास मिशन योजना के तहत जनपद में विभिन्न कृषि गतिविधियों के लिए लक्ष्य आवंटित किए गए हैं, जिनका सीधा उद्देश्य किसानों की आय बढ़ाना और बागवानी क्षेत्र को बढ़ावा देना है। यह पहल जिले के किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों को अपनाने और अपनी उपज में सुधार करने का एक शानदार मौका प्रदान करेगी, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति और भी मजबूत होगी।

जिला उद्यान अधिकारी डॉ. सीमा सिंह राणा ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत जौनपुर में किसानों को कई तरह की खेती और कृषि आधुनिकीकरण के लिए सहायता मिलेगी। इसका मुख्य लक्ष्य बागवानी को बढ़ावा देकर किसानों को पारंपरिक फसलों के अलावा अन्य लाभकारी विकल्पों की ओर प्रोत्साहित करना है, जिससे उनकी आय के स्रोत बढ़ें और वे आर्थिक रूप से सशक्त हो सकें।

योजना के मुख्य बिंदु:


* मखाना की खेती: 2 हेक्टेयर
* सिंघाड़ा की खेती: 4 हेक्टेयर
* ग्लेडियोलस (फूल) की खेती: 5 हेक्टेयर
* प्याज की खेती: 50 हेक्टेयर
* मचान विधि से सब्जी की खेती: 40 हेक्टेयर
* कृषि आधुनिकीकरण:
* 25 हेक्टेयर में मल्चिंग के लिए अनुदान
* 20 एचपी तक के 2 ट्रैक्टरों के लिए अनुदान
लाभ लेने के लिए पंजीकरण प्रक्रिया:

डॉ. राणा ने जानकारी दी है कि इन योजनाओं का लाभ लेने के इच्छुक किसान किसी भी कार्य दिवस में जिला उद्यान अधिकारी कार्यालय, जौनपुर आकर अपना पंजीकरण करा सकते हैं। पंजीकरण के लिए किसानों को निम्नलिखित दस्तावेज साथ लाने होंगे:
* आधार कार्ड
* बैंक पासबुक
* खतौनी
* दो पासपोर्ट आकार के फोटो
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि विभाग द्वारा संचालित समस्त योजनाओं का लाभ “प्रथम आवक प्रथम पावक” के आधार पर दिया जाएगा, यानी जो किसान पहले आएंगे, उन्हें प्राथमिकता मिलेगी।
ग्राम मुरादपुरकोटिला, ब्लॉक बदलापुर के किसान बाबा मौर्या जैसे अन्य इच्छुक किसान अधिक जानकारी के लिए किसी भी कार्य दिवस में जिला उद्यान अधिकारी कार्यालय, जौनपुर से संपर्क कर सकते हैं। यह योजना निश्चित रूप से जौनपुर के कृषि परिदृश्य में सकारात्मक बदलाव लाएगी और किसानों के लिए समृद्धि के नए द्वार खोलेगी।
Author: fastblitz24



