जौनपुर: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर जौनपुर के अल्फस्टीनगंज स्थित जिला कार्यालय में सोमवार को बीपी मंडल की 107वीं जयंती मनाई गई। जिलाध्यक्ष राकेश मौर्य की अध्यक्षता में आयोजित इस गोष्ठी में सभी सपा कार्यकर्ताओं ने मंडल आयोग के अध्यक्ष बीपी मंडल के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया।

जिलाध्यक्ष राकेश मौर्य ने बीपी मंडल के संघर्षों को याद करते हुए कहा कि उन्होंने पूरे देश का भ्रमण कर 3,743 पिछड़ी जातियों की पहचान की और उन्हें मुख्य धारा में लाने के लिए सिफारिशें दीं। उन्होंने बताया कि मंडल आयोग की रिपोर्ट ने 90 के दशक में देश की राजनीति को पूरी तरह से बदल दिया था। इस रिपोर्ट के लागू होने के बाद पूरे देश में भूचाल आ गया था।
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राकेश मौर्य ने कहा कि आज राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव उसी आंदोलन को आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि जातीय जनगणना कराकर ही पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) समाज को सामाजिक, शैक्षणिक, आर्थिक और राजनीतिक हिस्सेदारी दी जा सकती है। उन्होंने कहा कि 2027 में पीडीए की सरकार बनाना आवश्यक है ताकि यह हिस्सेदारी सुनिश्चित हो सके।
गोष्ठी में पूर्व विधायक लालबहादुर यादव, राजनरायन बिंद, श्रद्धा यादव, दीपचंद राम, श्यामबहादुर पाल, हीरालाल विश्वकर्मा, लाल मोहम्मद राईनी और वीरेंद्र यादव ने भी बीपी मंडल के संघर्षों को याद किया। गोष्ठी का संचालन जिला महासचिव आरिफ हबीब ने किया।
कार्यक्रम के अंत में, उपस्थित सपाजनों ने समाजवादी पार्टी के संस्थापक पूर्व कैबिनेट मंत्री स्व. पारसनाथ यादव की पुत्री कंचन यादव के असामयिक निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। सभी ने दो मिनट का मौन रखकर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
इस अवसर पर लालचंद यादव लाले, शकील अहमद, महाबली यादव, डॉ. शबनम नाज़, डॉ. जंगबहादुर यादव, इरशाद मंसूरी, नैपाल यादव, श्रवण जायसवाल सहित सैकड़ों सपा कार्यकर्ता मौजूद रहे।
Author: fastblitz24



