जौनपुर: मछलीशहर कोतवाली क्षेत्र के छांछो गाँव में 20 जुलाई को 15 वर्षीय छात्र अभिनव उर्फ अभि की निर्मम हत्या का मामला सामने आया है। लगभग एक महीने की जाँच के बाद पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, लेकिन हत्या के मुख्य साजिशकर्ता और शव को ठिकाने लगाने वाला व्यक्ति अभी भी फरार है। इस घटना ने जहाँ पूरे गाँव को हिलाकर रख दिया है, वहीं पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।

क्या हुआ था?


कक्षा 9 के छात्र अभिनव उर्फ अभि का शव 20 जुलाई को गाँव में ही स्थित एक नाले में मिला था। वह 20 सितंबर से लापता था। ग्रामीणों द्वारा सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुँचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और जाँच शुरू की। सख्ती से पूछताछ करने पर अभिनव के रिश्ते में मौसा लगने वाले अखिलेश शुक्ल के बेटे अंकित और अखिलेश की प्रेमिका के नाबालिग बेटे प्रिंस ने बताया कि अभिनव की हत्या क्यों और कैसे की गई।
पूरा पढ़िये 👇
जाँच में पता चला कि अभिनव अपने मौसा अखिलेश शुक्ल के अवैध संबंधों के बारे में जान गया था। अपने अनैतिक कार्यों को जारी रखने और इस राज को दबाने के लिए, अखिलेश ने अभिनव को रास्ते से हटाने की साजिश रची। उसने अपने बेटे अंकित से फोन करवाकर अभिनव को दावत के बहाने घर बुलाया। इसके बाद अखिलेश ने दोनों आरोपियों के साथ मिलकर हत्या की योजना बनाई और उसे अंजाम दिया।
पुलिस ने लगभग एक महीने तक जाँच के नाम पर आरोपियों को बचाए रखा। हालाँकि, अब जाकर पुलिस ने हत्या में शामिल अंकित (18-19 वर्ष) और प्रिंस (नाबालिग) को गिरफ्तार कर लिया है, जिसमें प्रिंस को बाल सुधार गृह भेजा गया है। लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि हत्या का मुख्य आरोपी और साजिशकर्ता अखिलेश शुक्ल पुलिस की कथित ‘दया दृष्टि’ के चलते अभी भी खुलेआम घूम रहा है। इस मामले में पुलिस की ढिलाई और मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी न होने से स्थानीय लोगों में आक्रोश है।
यह घटना न सिर्फ एक मासूम की हत्या की कहानी बयां करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि कैसे कुछ लोग अपने अनैतिक कार्यों को छिपाने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। गाँव में मातम और डर का माहौल है और सभी को उम्मीद है कि पुलिस जल्द ही मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर अभिनव को न्याय दिलाएगी।
Author: fastblitz24



