नेपाल में केपी शर्मा ओली की सरकार के खिलाफ भारी प्रदर्शन के बाद अब नेपाल की पहली महिला प्रधानमंत्री राजपूत वंश की सुशीला कार्की को लोगों ने चुना है। सुशीला कार्की नेपाल की पीएम के रूप में जानी जाएंगी। न्याय के मामले में फेल रहे केपी ओली शर्मा बवाल के बीच इस्तीफा देकर सेना की शरण में भाग गए और देश को पहली महिला प्रधानमंत्री सुशीला कार्की मिल गईं। सुशीला पूर्व मुख्य न्यायाधीश भी रह चुकी हैं और भ्रष्टाचार के खिलाफ जोरदार तरीके से आवाज उठाती रही हैं। लेकिन यह कहानी महज सत्ता परिवर्तन की नहीं है। यह उस नई पीढ़ी का विद्रोह हैए जिसने तय कर लिया है कि अब वह नेताओं के भ्रष्टचार और बेरोजगारी को चुपचाप देखने वाली नहीं रहेगी।

नेपाल का संकट केवल बार.बार सरकारें गिरने या बनने तक सीमित नहीं है। यह असल में विचारों और नेतृत्व के दिवालिया होने का संकट है। यहां चुनाव तो होते हैंए लेकिन जवाबदेही नहीं। गठबंधन बनते हैंए टूटते हैंए पर जनता की आकांक्षाएं अधूरी ही रह जाती हैं। राजनीतिक दलों ने सत्ता पाने के लिए बार.बार विचारधाराओं से समझौता किया है। यही वजह है कि लोकतंत्र मतपेटियों तक सीमित होकर रह गया है। नेपाल ने पिछले सात दशकों में हर बड़ी विचारधारा और शासन.व्यवस्था को परखा है।


Author: fastblitz24



