जौनपुर। नगर के मोहल्ला मुफ्ती में हुमा मस्जिद के नजदीक एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क एजेंसी के बैनर तले हजरत पैगम्बर मोहम्मद की सीरत पर एक कार्यक्रम आयोजित हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत हाफिज जावेद अंसारी ने कुराने पाक की तिलावत करके शुरुआत किए जिसमें मुफ्ती अब्दुलरहमान कासमी मुख्य अतिथि रहे।

मोहम्मद साहब के आने से पहले बेटियों को ज़िंदा कब्रों में दफ़नाया जाता रहा। मुफ्ती अब्दुर्र रहमान कासमी ने हुजूर की सीरत पर बयान करते हुए कहा कि इस्लाम में बेटियों का क्या मर्तबा हैए और उनकी शिक्षा के महत्व के बारे में ज़ोर देकर कहा कि समाज में बेटियों का एक अलग ही मुकाम होता है। उनकी परवरिश करने वालो को अल्लाह के यहाँ उनका दर्जा बुलंद होता है। उन्होंने आगे कहा कि एक बार एक यहूदी लड़की जंग में बंदी बनाकर के लाई गई तो उसके सर पर दुपट्टा नहीं था जब पैगंबर ए इस्लाम ने उसको देखा तो अपनी कमली हजरत बिलाल को देते हुए कहा कि इस कमली को ले जाकर के उसको उड़ा दो और आगे कहा कि एक बेटी बेटी होती है चाहे वह दोस्त की हो या दुश्मन की।


इस मौके पर डॉ इम्तियाज़ अहमद सिद्दीकी उर्फ़ बाबू भाई, अधिवक्ता सुशील गुप्ता व पत्रकार रियाजुल को मुफ्ती रहमान के द्वारा सम्मानित किया गया। वही उक्त अवसर पर सभासद शाहनवाज अहमद, अबूजर शेख, पूर्व सभासद फैसल मंसूरी, पूर्व सभासद सरफराज अहमद, शब्बीर हैदर अम्मार, हाफिज जावेद अंसारी, कलीम अहमद, अभिताश गुप्ता, मोहम्मद अफ़रीदी, जेन अब्दुल्ला सिद्दीकी, सारा सिद्दीकी आदि लोग भी सम्मानित हुए।
Author: fastblitz24


