जौनपुर। बेंगलुरु के एआई इंजीनियर अतुल सुभाष मामले में भ्रष्टाचार व पांच लाख रूपये घुस जैसे आरोपों में घिरी जिले की पिंसिपल फैमिली कोर्ट की जज रीता कौशिक को अंबेडकर नगर ज़िले की ज़िला एवं सत्र न्यायाधीश बना दिया गया है। जज बनाये जाने के बाद लोगों में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है।

वर्ष 2024 बेंगलुरु के एआई इंजीनियर अतुल सुभाष ने मौत से पहले एक घंटे का वीडियो बनाया और 24 पन्ने का विस्तृत पत्र लिखते हुए उन सभी लोगों का नाम लिया जो उनकी मौत के जिम्मेदार थें। अतुल सुभाष किस कदर सिस्टम और अपनी पत्नी से प्रताड़ित थे उसका अंदाजा शायद ही कोई लगा सके। उन्होंने अपनी मौत का जिम्मेदार सबसे पहले जौनपुर जिले की पिंसिपल फैमिली कोर्ट की जज रीता कौशिक को बताया है। उसके बाद पत्नी निकिता सिंघानिया, सास निशा सिंघानिया, साले अनुराग सिंघानिया और पत्नी के चाचा सुशिल सिंघानिया को आरोपी ठहराया। हालांकि साल गुजरने के बाद खबर आई है कि रीता कौशिक को अंबेडकर नगर जिले की जिला एवं सत्र न्यायाधीस बना दिया गया है।


अतुल सुभाष ने मौत से पहले लिखे अपने पत्र में आरोप लगाया है कि जब उन्होंने जज के चैम्बर में आत्महत्या की बात की थी तो उन्हें हंसी आ गई थी। इतना ही नहीं जज के पेशकार माधव को महाभ्रष्ट बताते हुए कहा कि उनसे केस सेटल करने के लिए पांच लाख रुपए की घूस मांगी गई थी। अतुल ने यह भी आरोप लगाया कि जज रीता कौशिक के पेशकार ने 2022 में उनसे तीन लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी और न देने पर एलुमनी और मेंटेनेंस का आदेश जारी कर दिया गया। जिसके तहत पत्नी को 80 हजार रुपए महीने गुजारा भत्ता देना था।
Author: fastblitz24



