कांग्रेस नेता राहुल गांधी ‘वोट चोरी’ को लेकर लगातार चुनाव आयोग और मोदी सरकार पर हमलावर हैं. इस बीच, उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां लोकसभा चुनाव के दौरान वोटर लिस्ट में दर्ज 98 ट्रांसजेंडर वोटरों में से 91 फर्जी पाए गए हैं. जांच में खुलासा हुआ कि जिन लोगों को ट्रांसजेंडर के रूप में दर्ज किया गया था. वे असल में पुरुष और महिलाएं हैं.

आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक, यह मामला 2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान सामने आया था. इंदिरा चैरिटेबल सोसायटी के सीईओ और यूपी ट्रांसजेंडर कल्याण बोर्ड के सदस्य अजय कुमार पांडेय ने चुनाव आयोग से शिकायत की थी कि जिले में ट्रांसजेंडर मतदाताओं की संख्या असल संख्या से मेल नहीं खा रही है. संस्था की तरफ से सबूतों के साथ मुख्य निर्वाचन अधिकारी को पत्र भेजा गया था, लेकिन तब जांच टाल दी गई और उसी सूची पर चुनाव संपन्न हो गया. अब 2025 के मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान (SIR) के दौरान जब जांच दोबारा हुई, तो संस्था की शिकायत सही पाई गई.


Author: fastblitz24



