नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) को करारी हार का सामना करना पड़ा है। पार्टी के सबसे बड़े चेहरे और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपनी नई दिल्ली सीट बचाने में असफल रहे, वहीं उनके करीबी सहयोगी मनीष सिसोदिया को भी हार का सामना करना पड़ा। हालांकि, मुख्यमंत्री आतिशी ने अपनी कालकाजी विधानसभा सीट से जीत हासिल कर पार्टी की प्रतिष्ठा बचाई।
केजरीवाल और सिसोदिया को झटका, आतिशी ने कायम रखा दबदबा

दिल्ली के सबसे चर्चित सीटों में से एक नई दिल्ली विधानसभा सीट से अरविंद केजरीवाल को भाजपा प्रत्याशी प्रवेश वर्मा ने 3,182 वोटों से हराया। दूसरी ओर, जंगपुरा विधानसभा सीट पर आम आदमी पार्टी के दिग्गज नेता मनीष सिसोदिया को बीजेपी के तरविंदर सिंह मारवाह ने शिकस्त दी। सिसोदिया ने हार स्वीकार करते हुए कहा, _”हमने पूरी मेहनत से चुनाव लड़ा, जनता ने फैसला दिया, मैं विजयी प्रत्याशी को बधाई देता हूं।”_
आतिशी ने फिर से रचा इतिहास, कालकाजी से लगातार तीसरी बार जीत
AAP की मुख्यमंत्री आतिशी ने कालकाजी विधानसभा सीट से जीत हासिल कर अपनी राजनीतिक साख बचाई। उनका मुकाबला बीजेपी के रमेश बिधूड़ी से था, जो दक्षिण दिल्ली से दो बार सांसद रह चुके हैं। इस सीट पर शुरू से ही कांटे की टक्कर रही, लेकिन अंत में आतिशी ने बढ़त बनाकर जीत दर्ज की।
आतिशी साल 2024 में दिल्ली की मुख्यमंत्री बनी थीं, जिसके बाद कालकाजी विधानसभा सीट का महत्व और बढ़ गया था। यहां बीजेपी ने मजबूत उम्मीदवार उतारा था, जबकि कांग्रेस ने अलका लांबा को मैदान में उतारा था। हालांकि, मुकाबला आतिशी और बिधूड़ी के बीच ही सिमटकर रह गया, जिसमें जीत आतिशी के खाते में गई।
कालकाजी में AAP की लगातार तीसरी जीत
कालकाजी विधानसभा सीट पर आम आदमी पार्टी का लगातार तीसरी बार विजय पताका लहराया है।
– 2015 में आप के अवतार सिंह ने 55,104 वोटों से जीत दर्ज की थी।
– 2020 में आतिशी ने जीत दर्ज कर पार्टी का दबदबा बनाए रखा।
– 2025 में भी आतिशी ने जीत की हैट्रिक लगाई।
इन नतीजों से दिल्ली की राजनीति में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। आम आदमी पार्टी अपने दो सबसे बड़े नेताओं की हार से कमजोर हुई है, जबकि बीजेपी ने नई दिल्ली और जंगपुरा सीटों पर कब्जा जमाकर अपनी स्थिति मजबूत कर ली है। वहीं, आतिशी की जीत AAP के लिए एकमात्र राहत की खबर बनकर सामने आई है।

Author: fastblitz24



