न्यायालय के आदेश पर किया था गिरफ्तार, बिगड़ी तबीयत तो पंहुचा जिला अस्पताल
जौनपुर। न्यायालय द्वारा जारी एनबीडब्ल्यू वारंट पर पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर न्यायालय भेजे गए एक वारंटी को लेकर उसे समय असहज स्थितियां पैदा हो गई जब उसकी हालत हिरासत में बिगड़ने लगी।
जिस पर उसके परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए जहर देने तक की तोहमत मढ दी.

प्राप्त जानकारी के अनुसार सुरेरी थाना क्षेत्र के सुल्तानपुर पट्टी कीरत राय गांव निवासी शमशेर सिद्दीकी उर्फ रोशन पुत्र शाहिद को सोमवार की सुबह लगभग नौ बजे सुरेरी पुलिस ने वारंट होने के कारण हिरासत में ले लिया था। पुलिस अभिरक्षा में युवक की हालत नाजुक होने लगी। सूचना पर पुलिस के हाथ-पांव फूलने लगे और आनन-फानन में पुलिसकर्मियों ने उसे रामपुर के एक निजी अस्पताल ले जाया गया। जहां पर स्थिति बिगड़ता देख सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामपुर ले गए। सूचना पर पीड़ित परिजन सहित आसपास के कई लोग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामपुर पर इकट्ठा हो गए।
पीड़ित का आरोप है कि पुलिस कर्मचारियों द्वारा पिटाई कर जबरन विषाक्त पदार्थ खिला दिया गया. जिससे उसकी हालत बिगड़ती चली गई।
पीड़ित परिजनों का आरोप है कि सोमवार की सुबह उसे थाने पर तैनात एक उपनिरीक्षक द्वारा फोन कर बुलाया गया था, थाने पर पहुंचने पर उसे बैठा लिया गया और उसकी जमकर पिटाई की गई। आरोप यह भी है कि पिटाई के दौरान थाने पर तैनात एक दरोगा द्वारा उसे विषाक्त पदार्थ खिला दिया गया, जिससे उसकी हालत नाजुक होती चली गई।
इस संदर्भ में थानाध्यक्ष सुरेरी सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि थोड़ी तबीयत खराब है, विषाक्त पदार्थ खाने की बात पर थानाध्यक्ष ने चुप्पी साध ली।
आनन फानन में में वारंटी का मेडिकल परीक्षण सीएचसी रामपुर में कराया गया । प्राथमिक उपचार के उपरांत वारंटी को जिला चिकित्सालय जौनपुर लाया गया., जहां पर चिकित्सकों द्वारा सभी जांच नॉर्मल होना पाया गया। उक्त के संबंध में क्षेत्राधिकारी मछलीशहर, श्री परमानंद कुशवाहा ने जानकारी दी।

Author: fastblitz24



