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पुलिस टीम पर हमला करने वाले चारों आरोपी भेजे गए जेल

देवरिया: यूपी-बिहार बॉर्डर के मेहरौना चेकपोस्ट पर पुलिस टीम पर हुए हमले के मामले में उप निरीक्षक की तहरीर पर देर रात पुलिस ने केस दर्ज कर लिया। साथ ही मंगलवार को पूछताछ के बाद पुलिस ने चारों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया, जहां से सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया। उधर पकड़े गए सभी आरोपियों का पुलिस आपराधिक इतिहास भी खंगाल रही है। हालांकि प्रथम जांच में किसी पर भी गंभीर धाराओं में केस दर्ज न होने की बात सामने आई है।

उप निरीक्षक धर्मेंद्र मिश्र के नेतृत्व में पुलिस टीम सोमवार को वाहन चेकिंग कर रही थी। बाइक सवार कागजात मांगने पर पुलिसकर्मियों से उलझ गए और मारपीट हो गई। इस मामले में उप निरीक्षक की तहरीर पर पुलिस ने बिहार के गुठनी थाना क्षेत्र के ग्राम लक्ष्मीपुर श्रीकलपुर निवासी उपेंद्र मिश्र पुत्र त्रिवेणी मिश्र, अमरेश मिश्र पुत्र उपेंद्र मिश्र, कमलेश मिश्र व पंकज मिश्र पुत्रगण गोपाल मिश्र के विरुद्ध हत्या के प्रयास, सरकारी कार्य में व्यवधान, आयुष अधिनियम समेत विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है। मंगलवार को एसपी ने थाने में पहुंच इनसे भी पूछताछ की। इसके बाद सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया। पुलिस ने इनके पास से लोहे का राड, चाकू, डंडा व अन्य सामान भी बरामद किया है। सीओ दीपक शुक्ला ने बताया कि चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।

यूपी-बिहार बॉर्डर पर स्थित यह चेकपोस्ट पहले काफी बदनाम रहा है। वसूली होने के चलते ऊपरी पहुंच वाले पुलिस कर्मियों की ही केवल इस चेकपोस्ट पर तैनाती हो पाती थी। लेकिन पिछले वर्षों में कई बार पुलिस कर्मियों पर हुई कार्रवाई के बाद यहां पर तैनाती के लिए रुचि लेने में कुछ कमी आई है।

पहले इस चेकपोस्ट के रास्ते ही बिहार से सरिया, गिट्टी, बालू, शराब, गांजा तक की तस्करी होती थी। बिना नजराना के किसी भी वाहन को आने-जाने की अनुमति नहीं होती थी। 2010 में वसूली करने का वीडियो वायरल हो गया। तत्कालीन एसपी प्रशांत कुमार ने पूरी चौकी ही निलंबित कर दी। साथ ही थानाध्यक्ष को भी हटा दिया था। इसके बाद से लगातार इस तरह की कार्रवाई होती रही है। जब जिले में एसपी प्रभाकर चौधरी हुआ करते थे तो उनके कार्यकाल में भी यहां पुलिस के अधिकारी छापेमारी किए और यहां तैनात सभी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की गई। कोरोनाकाल में भी यहां वसूली होती पकड़ी गई। तत्कालीन सीओ वरुण मिश्र ट्रक में सवार होकर मेहरौना चेकपोस्ट पर पहुंचे और वसूली करते हुए पुलिस कर्मियों को रंगे हाथ पकड़ा था। इस मामले में चौकी प्रभारी समेत पुलिस कर्मियों के विरुद्ध केस भी दर्ज हुआ था। इसके अलावा पहले भी कई बार पुलिस कर्मियों पर इस तरह की कार्रवाई हो चुकी है।

 

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Author: fastblitz24

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