जौनपुर। जिले के पुलिस अधीक्षक ने आरटीसी प्रशिक्षुओं के साथ हाल में विशेष गोष्ठी आयोजित की गई। इस गोष्ठी के दौरान साइबर अपराध एवं महिला अपराध से संबंधित बीएनएस की धाराओं पर विस्तृत चर्चा की गई है। गुरूवार को पुलिस अधीक्षक ने प्रशिक्षुओं के साथ पुलिस लाइन में स्थित हाल में एक विशेष गोष्ठी का आयोजन कर साइबर अपराध, महिला अपराध तथा भारतीय न्याय संहिता बीएनएस में उल्लिखित संबंधित धाराओं की विस्तृत जानकारी प्रदान की।

गोष्ठी के प्रमुख बिंदु


साइबर अपराध- गोष्ठी में साइबर अपराधों की बढ़ती चुनौतियों पर विस्तार से चर्चा की गई। प्रशिक्षुओं को निम्न विषयों पर अवगत कराया गया—
1. ऑनलाइन फ्रॉड, फ़िशिंग, हैकिंग, आईटी एक्ट व संबंधित बीएनएस धाराएँ
2. साइबर बुलिंग, ऑनलाइन उत्पीड़न, डिजिटल धोखाधड़ी
3. सोशल मीडिया अपराध, डेटा चोरी और पहचान संबंधी प्रावधान
4. डिजिटल साक्ष्य के संरक्षण एवं विश्लेषण की प्रक्रिया
महिला अपराध – महिला सुरक्षा आज की प्राथमिक आवश्यकता है। प्रशिक्षुओं को बीएनएस में निहित महिला सुरक्षा सम्बंधी धाराओं का विस्तृत विवरण दिया गया, जिनमें शामिल हैं—
1. लैंगिक उत्पीड़न, दुष्कर्म, घरेलू हिंसा
2. स्टॉकिंग, वॉयूरिज़्म, छेड़छाड़ से संबंधित प्रविधान
3. महिला तस्करी, बलपूर्वक विवाह, शिशु/किशोरी अपराध
4. FIR पंजीकरण, पीड़ित सहायता, वन-स्टॉप सेंटर की भूमिका
भारतीय न्याय संहिता (BNS) में उल्लिखित प्रमुख धाराएँ-गोष्ठी में प्रशिक्षुओं को निम्न विषयों पर विशेष जानकारी दी गई.
1. साइबर अपराध से संबंधित BNS की प्रमुख धाराओं की परिभाषाएँ
2. महिला अपराध से संबंधित अद्यतन धाराएँ एवं दंड प्रावधान
3. जांच प्रक्रिया, आवश्यक सतर्कताएँ एवं साक्ष्य संकलन
4. कोर्ट में प्रस्तुतिकरण एवं विधिक प्रक्रिया की महत्ता
Author: fastblitz24


