आजमगढ़ जनपद के एक और कोचिंग छात्र ने फांसी लगाकर दी जान
कोटा। करियर बनाने के लिए इच्छुक युवाओं के लिए सपनों का शहर कहा जाने वाला कोटा दिन प्रतिदिन कोचिंग छात्रों की
कब्रगाह बनता जा रहा है। शुक्रवार को एक ऐसे ही 17 वर्षीय जेईई अभ्यर्थी ने यहां अपने छात्रावास के कमरे में कथित तौर पर फांसी लगा अपने और अपने प्रिय जनों के सपनों की ही नहीं अपने भी जीवन की इतिश्री कर डाली। शहर में पिछले दो सप्ताह में छात्रों द्वारा संदिग्ध आत्महत्या का यह तीसरा मामला है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मनीष प्रजापति का शव गुरुवार शाम महावीर नगर इलाके में उसके कमरे में छत के पंखे से लटका मिला। आज़मगढ़ निवासी मनीष लगभग एक साल पहले यहां आया था। वह यहां एक कोचिंग संस्थान में संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) की तैयारी कर रहा था। यहां प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे कोचिंग छात्रों द्वारा इस साल में आत्महत्या का यह 19वां मामला है। इस सप्ताह की शुरुआत में, प्रजापति के पिता उनसे मिलने यहां आए और गुरुवार दोपहर को घर के लिए रवाना होने से पहले पांच दिनों तक उनके साथ रहे। जवाहर नगर पुलिस थाना प्रभारी ने बताया कि लड़के ने अपने पिता के जाने के कुछ ही घंटों बाद यह कदम उठाया। उसके पिता ने मनीष को कई बार फोन किया, पर कॉल रिसीव नहीं हुई। इस पर उन्होंने हॉस्टल के केयरटेकर से बेटे की जांच करने के लिए कहा। केयरटेकर ने उसके बेटे को पंखे से लटका पाया।