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कोल्ड स्टोरेज से निकले कचरे और अपशिष्ट से बनाई कम्पोस्ट खाद

सड़े फल और सब्जियों को फेकने फैलाने पर रोक 

 

जौनपुरकोल्ड स्टोरेज से निकलने वाली सडी गली सब्जी, फल और दूसरे कचरा अपशिष्ट से किसान उपयोगी खाद बनाई जाएगी. यह जानकारी

जिला उद्यान अधिकारी डा0 सीमा सिंह राणा ने दी है। उन्होंने कहा कि जब यह संज्ञान मे आया है कि शीतगृह प्रबंधन द्वारा विघटित,सड़ने वाली,सड़ी हुई सब्जियों फलों का निस्तारण सामान्य रूप से जमीन के अंदर दबा कर कर दिया जाता है। जिससे परिणाम स्वरूप मिट्टी मे उपलब्ध तत्व, धातु, रसायन को प्रभावित होते हैँ. साथ साथ मिट्टी और भूजल भी संदूषित होता है।

डॉ सीमा ने बताया कि अगले दो महीने में यह सुनिश्चित किया जायगा इनका निस्तारण वैज्ञानिक ढंग से किया जाए।

ज्ञात हो कि शीतगृह मे विघटित,सड़ने वाली अथवा

सड़ी हुई सब्जियां औऱ फल बायोडिग्रडेबल पदार्थ के रूप मे होती है। जिसको कम्पोस्ट बनाकर कृषि कार्यो में उपयोग किया जा सकता है।

इसीलिए योजना यह है कि विशेषज्ञों के सलाह से उचित इनका योजना बाद निस्तारण किया जाए और साथ ही साथ किसान उपयोगी खाद प्राप्त की जा सके.

 

जिला उद्यान अधिकारी ने बताया है कि जनपद मे 16 शीतगृह है इनमे हर वर्ष 79973.6 मैट्रिक टन आलू स्टोर किया जाता है। करीब दो से तीन प्रतिशत आलू कई बार अलग-अलग कारणों से सड़-गल जाती है। इन्हे शीतगृह संचालको द्वारा सडको के किनारें फेकवा दिया जाता है या फिर गड्ढा खोदकर मिट्टी मे दबा देते है। अब इस पर पाबंदी लगाई गई है। निजी शीतगृह संचालको को निर्देश दिए हैं कि सड़ी सब्जियों के निस्तारण के लिए वैज्ञानिक तरीका अपनाया जाए। सड़ी सब्जियों और आलू को न तो बाहर फेंका जाएगा और न ही शीतगृह के अंदर ढेर लगाया जाएगा। इसके लिए शीतगृह में ही प्लांट बनाना होगा। विशेषज्ञों की निगरानी में तैयार होने वाली कंपोस्ट खाद किसानों को दी जाएगा। इससे शीतगृहों को अतिरिक्त आमदनी भी होगी।

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Author: fastblitz24

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