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त्वरित न्याय में अधिवक्ताओं की अहम भूमिका पर गहन विमर्श  

 

 

न्यायमूर्ति नरेन्द्र कुमार जौहरी नें 

सेमिनार में त्वरित न्याय के महत्व और इसमें अधिवक्ताओं की भूमिका पर डाला प्रकाश 

 

 

 

जौनपुरदीवानी अधिवक्ता संघ, जौनपुर द्वारा वरिष्ठ अधिवक्ता स्व. संतोष कुमार श्रीवास्तव ‘संतोषी बाबू’ की 19वीं पुण्यतिथि पर आयोजित सेमिनार में “त्वरित न्याय में न्यायपालिका, कार्यपालिका, विधायिका एवं अधिवक्ताओं की भूमिका” विषय पर चर्चा हुई।  

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लखनऊ खंडपीठ के न्यायमूर्ति नरेन्द्र कुमार जौहरी ने कहा कि त्वरित न्याय आज समय की मांग है और आम नागरिक न्यायपालिका में विश्वास रखते हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी सशक्त राष्ट्र के लिए स्वतंत्र न्यायपालिका का होना अनिवार्य है। न्यायपालिका के अभाव में देश की संरचना कमजोर हो जाती है।

 

उन्होंने जूनियर अधिवक्ताओं को सीनियर अधिवक्ताओं का सम्मान करने की सलाह दी और जौनपुर अधिवक्ता संघ के प्रयासों की सराहना की। जस्टिस जौहरी ने त्वरित न्याय के लिए न्यायपालिका, कार्यपालिका और विधायिका के सामंजस्य पर जोर दिया।

जिला जज अनिल कुमार वर्मा ने अधिवक्ताओं को न्यायपालिका का दर्पण बताया और कहा कि अधिवक्ता वादकारियों की बातों को प्रभावी ढंग से न्यायालय तक पहुंचाते हैं।

जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र ने कहा कि न्यायालय समाज की आत्मा है, और न्याय की अनुपस्थिति में समाज का विश्वास खत्म हो जाता है।

पुलिस अधीक्षक डॉ. कौस्तुभ ने वकालत को एक सम्मानजनक पेशा बताते हुए कहा कि देश की आजादी और संविधान निर्माण में अधिवक्ताओं की अहम भूमिका रही है।

दीवानी अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष सुभाष चंद्र यादव की अध्यक्षता और मंत्री रणबहादुर यादव के संचालन में यह कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। संयोजक राजेश श्रीवास्तव ‘बच्चा भईया’ एडवोकेट ने आभार प्रकट किया।

कार्यक्रम में वरिष्ठ अधिवक्ता संतोष श्रीवास्तव, पूर्व अध्यक्ष सतेन्द्र बहादुर सिंह, प्रेम शंकर मिश्रा, ब्रजनाथ पाठक, अवधेश सिंह, जयप्रकाश कामरेड, रमेश चंद उपाध्याय, लाल बहादुर यादव, अभियोजन अधिकारी हिमांशु श्रीवास्तव सहित सैकड़ों अधिवक्ताओं ने भाग लिया।

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Author: fastblitz24

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