पूर्वांचल विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने सीखा साक्षात्कार का सामना करने और जवाब देने के गुर
**जौनपुर।**
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला *”हाउ टू फेस इंटरव्यू: डूज एंड डोंट्स”* में विद्यार्थियों को साक्षात्कार के दौरान आत्मविश्वास और सकारात्मकता बनाए रखने के महत्वपूर्ण पहलुओं से अवगत कराया गया।
दून विश्वविद्यालय, देहरादून के स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के डीन प्रो. एच.सी. पुरोहित ने कार्यशाला में कहा कि साक्षात्कार के दौरान पहनावा, चेहरे की भाव-भंगिमा और मानसिक स्थिति हमारे प्रदर्शन को प्रभावित करते हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि साक्षात्कार में पेशे के अनुरूप फॉर्मल और साफ-सुथरे कपड़े पहनें और मानसिक स्थिति को सकारात्मक बनाए रखें।
प्रो. पुरोहित ने कहा कि साक्षात्कार केवल ज्ञान और कौशल की परख तक सीमित नहीं होता, बल्कि इसमें आत्मविश्वास, समस्याओं को हल करने की क्षमता, तनाव सहने और उसे सकारात्मक माहौल में बदलने की कला की भी परीक्षा होती है। उन्होंने विद्यार्थियों को अपनी अच्छाइयों और उपलब्धियों को बेहतर ढंग से प्रस्तुत करने की सलाह दी।
(**मुख्य बिंदु:**
– साक्षात्कार की शुरुआत अपनी रुचि और प्रेरणा से करें।
– संचार क्षमता, नेतृत्व कौशल, समय प्रबंधन और टीमवर्क को उजागर करें।
– घबराहट या नकारात्मकता से बचें, क्योंकि यह प्रदर्शन पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है। )
कार्यशाला के दौरान प्रकोष्ठ के निदेशक प्रो. अविनाश डी. पाथर्डीकर ने कहा कि विश्वविद्यालय का उद्देश्य विद्यार्थियों को हर प्रकार के कौशल से युक्त करना है। उन्होंने बताया कि प्लेसमेंट के लिए विभिन्न कंपनियों को आमंत्रित किया जाएगा और विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास के लिए नियमित कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. आशुतोष कुमार सिंह ने किया। स्वागत भाषण प्रो. अविनाश डी. पाथर्डीकर ने दिया और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. राकेश उपाध्याय ने किया।
इस अवसर पर डॉ. अंजनी मिश्र, डॉ. सुशील सिंह, डॉ. अमित वत्स, डॉ. निशा पांडेय, सुश्री दीपांजलि, प्रिंस सिंह, डॉ. इंद्रेश गंगवार और नितिन चौहान सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।