जौनपुर। इस्लाम धर्म के पैगंबर हजरत मोहम्मद के दामाद और इस्लामी इतिहास के प्रमुख खलीफा हजरत अली मुर्तज़ा का यौमे पैदाइश (अली डे) 13 रजब को पूरे जोश और उल्लास के साथ मनाया गया। अरब के मक्का में 13 रजब को जन्मे हज़रत अली के सम्मान में जौनपुर शहर में विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए।
किला गेट बालुआघाट पर मौलाना महफूज़ल हसन खान, पेश इमाम शिया जामा मस्जिद की सरपरस्ती में हज़रत अली के जन्मदिन पर केक काटा गया। इसके बाद “नज़र-ए-मौला” और महफ़िल का आयोजन हुआ, जिसमें शायरे अहलेबैत ने अपने विशेष कलाम पेश किए।
वजीबा बीबी इमामबाड़ा सिपाह में हज़रत अली अ.स. के जन्मोत्सव पर बड़े ही धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस कार्यक्रम की शुरुआत 2015 में शमीम हैदर ने की थी, जिसके बाद एक कमेटी का गठन किया गया। कमेटी में शमीम हैदर को अध्यक्ष, राशिद हसनैन को सचिव, और सफदर हुसैन को कोषाध्यक्ष बनाया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत “हदीसे केसा” के पाठ से हुई, जिसे सैयद कुमैल हैदर ने पढ़ा। इसके बाद “नज़र-ए-मौला” का आयोजन हुआ। महफ़िल में शायरे अहलेबैत फ़ज़ल अब्बास, मोहम्मद हैदर, मुर्तज़ा मेहदी, ताबिश अब्बास, सफदर हुसैन, फैज़ान रिज़वी, और मोहम्मद अली ने अपने-अपने कलाम प्रस्तुत किए।
कार्यक्रम के समापन पर बच्चों में फल, मिठाई और अन्य सामग्री का वितरण किया गया।
इस अवसर पर शब्बीर हैदर अम्मार, अकबर अली, सैयद हसन शाकिर, मेहंदी अब्बास, एजाज़ रिज़वी, फ़िरोज़ खान, जावेद हैदर, अरशद हसनैन, रागिब इकबाल जैदी, इकराम हसनैन बंटी, शाहनवाज़ हसनैन, ज़ीशान, और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।