जौनपुर :उत्तर प्रदेश सरकार जहां भ्रष्टाचार की समाप्ति के लिए प्रयासरत है, वहीं जौनपुर के नगर पंचायत कजगांव ने सरकार की साख पर सवाल उठाने का काम किया है। नगर पंचायत कजगांव के नई बाजार वार्ड के पटेल बस्ती में सलखापुर सम्पर्क मार्ग से रामआसरे गौतम के मकान तक सड़क निर्माण कार्य में अनियमितताएं पाई गई हैं।
स्थानीय लोगों के अनुसार, सड़क निर्माण कार्य को मानकों को नजरअंदाज कर कराया गया था। जब सड़क निर्माण कार्य चल रहा था, तो वार्डवासियों ने इसमें अनियमितताएं देखीं और विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद अधिशासी अधिकारी ने कार्य को रोकने का आदेश दिया। लेकिन कुछ समय बाद, सड़क पर फिर से काम शुरू हुआ और वही अनियमितताएं देखने को मिलीं।
शुरुआत में ही सड़क निर्माण के दौरान जब अनियमितता का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, तो भी प्रशासन ने इसे नजरअंदाज कर दिया। परिणामस्वरूप, एक महीने के भीतर ही सड़क की गिट्टियां उखड़ने लगीं। सड़क निर्माण कार्य करीब छह महीने पहले शुरू किया गया था, और मानकों के विपरीत किए गए काम के कारण सड़क का हाल ऐसा हो गया।
नगर पंचायत के अधिकारियों, जिनमें नगर पंचायत अध्यक्ष और अधिशासी अधिकारी शामिल हैं, ने इस मामले में कोई सुधारात्मक कदम नहीं उठाया है। अधिकारी और ठेकेदार के खिलाफ इस भ्रष्टाचार को लेकर कोई भी सख्त कार्रवाई नहीं की गई है। यह मामला नगर पंचायत कजगांव में भ्रष्टाचार और लापरवाही की गहरी छाप छोड़ता है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि जब तक कड़ी कार्रवाई नहीं होगी, तब तक ऐसे भ्रष्टाचार के मामले लगातार बढ़ते रहेंगे।