तेल अवीव. अमेरिका में वैज्ञानिक नूनो एफजी लौरिरो की हत्या में इजरायल को ईरान का हाथ होने का शक है। 47 साल के लौरिरो की सोमवार रात उनके घर पर अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। एमआईटी के प्लाज्मा साइंस एंड फ्यूजन सेंटर के डायरेक्टर लौरिरो पुर्तगाल के रहने वाले थे। लौरिरो को इजरायल के कट्टर समर्थकों में गिना जाता था। ऐसे में इजरायल इसमें ईरान की ओर से बदले की कार्रवाई की भूमिका देखते हुए जांच कर रहा है। इजरायल ने इस साल जून में तेहरान में हमला करते हुए कई ईरानी परमाणु वैज्ञानिकों को मार डाला था। इसके चलते इजरायल में बैठे अफसरों को लगता है कि ये ईरान का बदला हो सकता है।

इजरायली वेबसाइट यरुशलम पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, उनके अधिकारी पिछले कुछ दिनों की इंटेलिजेंस की जांच कर रहे हैं। इससे पता चलता है कि MIT के सीनियर न्यूक्लियर साइंटिस्ट प्रोफेसर नूनो लौरिरो की हत्या में ईरान का हाथ हो सकता है। हालांकि अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। अमेरिकी जांच अधिकारियों की आधिकारिक फाइंडिंग्स से इसका समर्थन नहीं मिलता है। ब्रुकलाइन पुलिस ने अब तक किसी संदिग्ध को गिरफ्तार नहीं किया है और ना ही हत्या का मकसद बताया गया है।


Author: fastblitz24



